गूंजी और कालसी समेत प्रदेश में पांच एयरफील्ड तैयार करेगा बीआरओ, जानिए क्या होंगे योजना से फायदे
बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने सीएम धामी से मुलाकात की। उन्होंने जोशीमठ-औली मार्ग का रखरखाव लोनिवि से बीआरओ को हस्तांतरित करने का अनुरोध किया। सहित ही कई महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा की।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) प्रदेश में गूंजी व कालसी समेत पांच स्थानों पर एयरफील्ड तैयार करेगा। इसकी योजना तैयार हो रही है। सीएम पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में एक मुलाकात के दौरान बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया, बीआरओ गूंजी, कालसी, टनकपुर, घनसाली और नाविढ़ांग को एयरफील्ड के रूप में विकसित करने की योजना बना रहा है। उन्होंने बीआरओ द्वारा पिथौरागढ़ में बनाई जा रही बलुआकोट से तवाघाट और लिपुलेख से जोलिंगकोंग सड़क मार्ग की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने सीएम से अनुरोध किया कि जोशीमठ से औली सड़क मार्ग जिसकी लंबाई 13.40 किमी है।
पार्वतीकुंड आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि
उसके 2.25 किमी पर भारतीय सेना द्वारा रखरखाव किया जा रहा है। उन्होंने सामरिक महत्व के मार्ग के अवशेष भाग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य लोक निर्माण के स्थान पर बीआरओ को हस्तांतरित करने का अनुरोध किया। इसी प्रकार जोशीमठ के बड़गांव के हनुमान शिला से औली के लिए 15 किमी वैकल्पिक मार्ग के निर्माण को भी बीआरओ को सौंपने की मांग की।
सीएम ने कहा, आने वाले समय में आदि कैलास और पार्वतीकुंड आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। राज्य में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की संख्या में वृद्धि की संभावनाओं को दृष्टिगत राज्य सरकार आगामी 50 सालों की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। कहा, बीआरओ द्वारा राज्य में किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरा सहयोग देगी।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, चीफ इंजीनियर लोक निर्माण विभाग दीपक कुमार यादव एवं बीआरओ के अधिकारी उपस्थित थे।