हैकर्स ने हैक किए रेड अलर्ट एप, इस्राइलियों को भेजे फर्जी रॉकेट अलर्ट
इस्राइल और हमास के बीच जंग में हैकर्स ने Red Alert को हैक कर लिया है और इस्राइल के लोगों को रॉकेट या मिसाइल को लेकर फर्जी अलर्ट भेज रहे हैं जिससे लोग परेशान हो रहे हैं
इस्राइल और हमास की जंग में हैकर्स भी कूद पड़े हैं। चारों तरफ तबाही के बीच ये हैकर्स लोगों को फर्जी अलर्ट भेज रहे हैं। जिस एप को लोगों को अलर्ट करने के लिए डिजाइन किया गया था आज वही एप खुद अलर्ट मोड पर है। इस एप का नाम Red Alert है जिसे इमरजेंसी में लोगों को अलर्ट करने के लिए तैयार किया गया था। इस्राइल और हमास के बीच जंग में हैकर्स ने Red Alert को हैक कर लिया है और इस्राइल के लोगों को रॉकेट या मिसाइल को लेकर फर्जी अलर्ट भेज रहे हैं जिससे लोग परेशान हो रहे हैं।
Red Alert पर हैकर्स ने न्यूक्लियर अटैक का भी अलर्ट भेजा है जो कि फर्जी है। AnonGhost हैक्टिविस्ट ग्रुप ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा है कि उन्होंने “रेड अलर्ट” एप की सिक्योरिटी में सेंध लगा दी है और इस्राइल के लोगों को परमाणु बम के हमले को लेकर अलर्ट भेजने में कामयाब रहे हैं। कुछ फर्जी अलर्ट पर स्वास्तिक का भी इस्तेमाल किया गया है।
सिक्योरिटी एक्सपर्ट के मुताबिक हैकर्स ने एप की किसी खामी का फायदा हुआ है। हैकरों ने यह भी दावा किया कि उनके द्वारा रेड अलर्ट एप पर अलर्ट भेजने के बाद लोगों के फोन “इंटरनेट से डिस्कनेक्ट हो गए” और कईयों के फोन भी टूट गए और अब उन्हें एक नए फोन लेना होगा, हालांकि इसके सटीक होने की संभावना बहुत कम है।
कुछ साल पहले भी डेवलपर्स की एक गलती के कारण हवाई के लोगों के फोन एक मिसाइल अटैक के बारे में आपातकालीन चेतावनी मिली थी जो कि फर्जी थी। इससे अफरातफरी फैल गई। अलर्ट में लिखा हुआ था कि लोग तत्काल कहीं आश्
को 10 साल पहले कोबी स्निर ने तैयार किया था। यह एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों यूजर्स के लिए है और इसे दस लाख से अधिक बार डाउनलोड किया गया है। यह एप इस्राइल में काफी लोकप्रिय है।