रील नहीं फील के लिए आएं धाम… भक्तिभाव से करें दर्शन, इस बार किए गए हैं ये खास बदलाव
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि तीर्थयात्री सोशल मीडिया के लिए रील बनाने से बचें। भक्तिभाव से दर्शन करने आएं। उन्होंने ये भी बताया कि दोनों धाम में मास्टर प्लान के अंतर्गत लॉकर बनाए जा रहे हैं। लॉकर में तीर्थयात्री अपने सामान रख सकेंगे।
चारधाम यात्रा शुरू होने में कुछ घंटे बचे हैं। इस बीच बदरी-केदार मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे भक्तिभाव से दर्शन करने आएं, सोशल मीडिया की रील बनाने से बचें। मंदिर समिति भविष्य में मोबाइल को प्रतिबंधित करने पर भी विचार कर रही है।
अमर उजाला से बातचीत में मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि चारधाम यात्रा में उन्होंने दर्शन की व्यवस्था पूरी कर ली है। केदारनाथ धाम में आस्था पथ से लेकर मंदिर तक रेलिंग बनाई गई है। बदरीनाथ धाम में भी व्यवस्था सुदृढ़ की गई है। ताकि तीर्थयात्री बिना किसी परेशानी दर्शन कर सकें। किसी तरह की मारामारी न हो। उन्होंने ये भी बताया कि सरकार ने फिलहाल 25 मई तक सभी राज्यों से वीआईपी, वीवीआईपी को दर्शन के लिए न आने का अनुरोध किया है। वहीं, मंदिर समिति ने भी सभी कर्मचारियों, अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि वे वीआईपी के साथ तस्वीरें लेने, मालाएं पहनाने से दूर रहें। इससे दर्शन के दौरान अव्यवस्था नहीं होगी।
लॉकर में रख सकेंगे तीर्थयात्री अपना सामान
अजेंद्र अजय ने बताया कि केदारनाथ धाम, बदरीनाथ धाम में दर्शन की प्रक्रिया को इस बार और सरल बनाने पर जोर दिया गया है। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार यात्रा को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। वहीं, मंदिर समिति की टीमें भी पहले से ही तैनात हो गई हैं। उन्होंने सभी तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वह दोनों धाम में व्यवस्थाएं बनाने में सहयोग करें। सोशल मीडिया के लिए रील बनाने से बचें। भक्तिभाव से दर्शन करने आएं। उन्होंने ये भी बताया कि दोनों धाम में मास्टर प्लान के अंतर्गत लॉकर बनाए जा रहे हैं। लॉकर में तीर्थयात्री अपने सामान रख सकेंगे। तब मंदिर परिसर में दर्शन के दौरान मोबाइल, कैमरा को पूर्ण प्रतिबंधित किया जाएगा।
ऑनलाइन पूजा बुकिंग का भी उत्साह
मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि मंदिर में कई विशेष पूजा होती हैं लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण कई लोग इससे वंचित रह जाते हैं। लिहाजा, https://badrinath -kedarath.gov.in के माध्यम से पहले ही ऑनलाइन पूजा बुकिंग की सुविधा दी गई है। महाभिषेक पूजा के लिए 4800 रुपये, अभिषेक पूजा के लिए 4500, स्पेशल पूजा के लिए 12,000, श्रीमद्भागवत पाठ के लिए 51,000, वेद पाठ के लिए 2500, गीता पाठ के लिए 2500, कपूर आरती के लिए 201, चांदी आरती के लिए 401, स्वर्ण आरती के लिए 501 और विष्णु सहस्रनामावली के लिए 701 रुपये शुल्क देय है। इस वर्ष अभी तक 8000 से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पूजा बुकिंग कराई है। पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में बदरीनाथ धाम में 19,700 और केदारनाथ धाम में 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पूजा के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराई थी।
चारधाम यात्रा पंजीकरण 22 लाख पार
चारधाम यात्रा पंजीकरण का आंकड़ा बुधवार को 22 लाख पार हो गया। यमुनोत्री के लिए तीन लाख 44 हजार 150, गंगोत्री के लिए तीन लाख 91 हजार 812, केदारनाथ के लिए सात लाख 60 हजार 254, बदरीनाथ के लिए छह लाख 58 हजार 486 और हेमकुंड साहिब के लिए 45 हजार 959 पंजीकरण हो चुके हैं। बुधवार को दिनभर में 59 हजार 804 पंजीकरण दर्ज किए गए हैं।