PWD के सेफ्टी ऑडिट में 86 पुल,2 पर आवाजाही पर लगा प्रतिबंध तो कई पर भारी वाहनों पर रोक
कोटद्वार में हुए हादसे के बाद उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रदेश भर में तकरीबन 2000 से ज्यादा पुलों का PWD से सेफ्टी ऑडिट करवाया गया जिसमें करीब 86 पुल असुरक्षित पाए गए है इनमें से 60 पुल गढ़वाल तो 26 पुल कुमांऊँ में है तो वही 60 में से 14 पुल देहरादून के है.PWD की सेफ्टी रिपोर्ट आने के बाद पीडब्ल्यूडी के सचिव पंकज पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश भर में 86 पुलों में से सिर्फ 2 पुल ऐसे है जिन पर पूरी तरह आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया है इसके अलावा अन्य पुलों पर भारी वाहनों के लिए प्रतिबंध है जबकि हल्के वाहनों की आवाजाही सुचारू है
वही मानसून को देखते हुए जिन पुलों की मरम्मत की जा सकती है उनकी मरम्मत के निर्देश दिए गए है जबकि जिन पर यातायात करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है और जोखिम भरा है उन पर सरकार ने तत्काल प्रभाव से पुलों पर यातायात बंद कर दिया है ।
अशुरक्षित पुलों का जिलेवार आंकड़ा…
टिहरी में 236 पुल में से 9 पुल असुरक्षित
चमोली में 13 पुल असुरक्षित
पौड़ी जिले में 336 पुल है जिनमें से 18 पुल असुरक्षित
रुद्रप्रयाग में तीन पुल असुरक्षित
उत्तरकाशी में 6 पुल असुरक्षित 111 सेतुओं का निरीक्षण बाकी
देहरादून में 194 में से 14 पुल अनसेफ,99 सेतुओं का निरीक्षण बाकी,
हरिद्वार में 06 पुलों में आई प्रॉब्लम की जाएगी मरम्मत
पिथौरागढ़ में 2 पुल असुरक्षित
चंपावत में तीन पुल असुरक्षित
कुल मिलाकर अभी तक प्रदेश में 86 असुरक्षित पुल सेफ्टी ऑडिट में सामने आए हैं जिससे एक बड़ा खतरा आने वाले समय में उत्तराखंड के लिए बन सकता है अभी पूरा मॉनसून सीजन बाकी है और 1012 पुल का निरीक्षण होना है ऐसे मे आने वाले समय में बरसाती मौसम में जान माल का खतरा मंडरा रहा है