उधार के स्पाइक्स प्रैक्टिस लगाई गोल्ड की हैट्रिक, 24 साल के तेजस की दिल छू लेने वाली कहानी

महाराष्ट्र के तेजस शिरसे ने 110 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता है। किसान परिवार के तेजस ने पिछले वर्ष का अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा।
उधार के स्पाइक्स से खेलों में अपना कॅरियर शुरू करने वाले 24 वर्षीय तेजस शिरसे ने राष्ट्रीय खेलों में रविवार को गोल्ड की हैट्रिक लगा दी। उन्होंने बाधा दौड़ में बीते वर्ष राष्ट्रीय खेलों में बनाया अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले महाराष्ट्र निवासी तेजस शिरसे ने बताया कि उन्होंने 17 साल की उम्र में पहली बार बाधा दौड़ के बारे में सुना। इसके बारे में जानकारी जुटाई तो मन रोमांच से भर गया। लेकिन दिक्कत यह थी कि उनके शहर में न तो बाधा दौड़ के लिए कोई कोचिंग थी, न कोई मैदान था और न ही उनके पास इसके लिए स्पाइक्स (जूते) थे। लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के बावजूद उन्होंने इस खेल में हाथ आजमाने का दृढ़ निश्चय कर लिया।
फिर क्या था… उन्होंने उधार के पैसों से स्पाइक्स खरीदे और घर के पास के एक मैदान में खुद ही बाधा दौड़ के लिए जैसे-तैसे व्यवस्था कर अभ्यास शुरू कर दिया। महीनों की मेहनत के बाद राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। उनमें मिली सफलता ने राष्ट्रीय खेलों का रास्ता खोल दिया। जिसके बाद से शुरू हुआ सुनहरा सफर आज तक जारी है। उन्होंने बताया कि अब उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर के पदक हासिल करना है।
राष्ट्रीय खेलों में तीसरा गोल्ड
तेजस ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों में यह उनका तीसरा गोल्ड है। इससे पहले वह गुजरात और गोवा में हुए राष्ट्रीय खेलों में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय कई प्रतियोगिताओं में उन्होंने पदक जीते हैं।
22 साल के तेजस ने 110 मीटर बाधा दौड़ में 13.65 सेकेंड के समय के साथ 13.71 सेकेंड के अपने राष्ट्रीय खेलों के पिछले रिकॉर्ड में सुधार करते हुए स्वर्ण पदक जीता। उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड 13.41 सेकेंड का है, जो उन्होंने पिछले साल बनाया था।